1. लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास चलती कार में धमाका, 12 की मौत, 24 घायल।
2. पुलवामा के डॉक्टर उमर नबी पर शक, DNA टेस्ट से पहचान की तैयारी।
3. फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ रहे आतंकी नेटवर्क के तार।
4. पीएम मोदी और अमित शाह ने ली हाई लेवल मीटिंग, एनआईए जांच संभाल सकती है।
दिल्ली की एक शांत-सी शाम अचानक अफरातफरी में बदल गई जब Red Fort Car Blast (दिल्ली कार ब्लास्ट) ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को हिला दिया।
सोमवार शाम 6:52 बजे, लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास चलती सफेद i20 कार में जोरदार धमाका हुआ। देखते ही देखते आग की लपटें उठीं, आसपास के शीशे चटक गए, और लोग “सिलेंडर फटा होगा” सोचकर भागने लगे।
लेकिन बाद में सामने आया कि ये कोई गैस सिलेंडर नहीं, बल्कि एक भारी विस्फोटक से भरा आतंकवादी हमला था।
धमाके में 12 की मौत, 24 घायल — दिल्ली सन्न
इस भयानक विस्फोट में अब तक 12 लोगों की मौत और 24 घायल होने की पुष्टि हो चुकी है।
मरने वालों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। घायलों का इलाज दिल्ली के LNJP अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस ने बताया कि दो शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि बाकी की पहचान DNA टेस्ट से की जाएगी।
धमाके की जगह का मंजर — “डेड बॉडी के टुकड़े 50 मीटर दूर तक”
आंखोंदेखे गवाहों ने जो बताया, वह रोंगटे खड़े कर देने वाला है।
यमुना पार्क निवासी चंद्रशेखर ने कहा —
“धमाका हुआ और कुछ समझ ही नहीं आया। गाड़ियाँ जलने लगीं, लोगों की चीखें सुनाई दीं।”
गिरिजेश सिंह, जो पास के जैन मंदिर में काम करते हैं, बताते हैं —
“मंदिर तक खिड़कियाँ टूट गईं। हमने सड़क पर एक महिला के बालों वाला सिर देखा। डर से सब जड़ हो गए।”
दमकल की 10 गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं। आग पर काबू पाने में करीब 37 मिनट लगे।
CCTV में काला मास्क पहना शख्स — डॉक्टर उमर नबी की तलाश
मंगलवार को जो CCTV फुटेज सामने आया, उसने कहानी को नया मोड़ दे दिया।
पार्किंग से निकलती सफेद i20 कार में काला मास्क पहने एक व्यक्ति बैठा दिखाई दिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि वह व्यक्ति डॉ. मोहम्मद उमर नबी है —
पेशे से डॉक्टर, लेकिन अब शक के घेरे में एक संभावित फिदायीन हमलावर।
कौन है डॉ. उमर नबी?
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| जन्म | 24 फरवरी 1989, पुलवामा |
| शिक्षा | MBBS, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज श्रीनगर (2017) |
| पेशा | डॉक्टर, अल फलाह यूनिवर्सिटी फरीदाबाद |
| कथित जुड़ाव | जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल |
| स्थिति | DNA जांच जारी |
उमर तीन घंटे तक कार में बैठा रहा, जैसे किसी निर्देश का इंतजार कर रहा हो।
फिर शाम 6:52 पर कार धीमी रफ्तार से चली और धमाका हो गया।
कहते हैं, “धीमी रफ्तार का मतलब शांति नहीं होता… कभी-कभी विस्फोट की तैयारी होती है।”
फरीदाबाद कनेक्शन: डॉक्टरों का “Explosive” नेटवर्क
धमाके के कुछ ही घंटे पहले फरीदाबाद और लखनऊ से तीन डॉक्टरों की गिरफ्तारी ने एजेंसियों के कान खड़े कर दिए।
पुलिस को हरियाणा के धौज गांव में 360 किलो विस्फोटक और असॉल्ट राइफल मिली।
यूपी के सहारनपुर से डॉ. आदिल अहमद, फरीदाबाद से डॉ. मुजम्मिल शकील और लखनऊ से डॉ. शाहीन शाहिद पकड़े गए।
डॉ. मुजम्मिल पुलवामा का रहने वाला था और अल फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था — वही यूनिवर्सिटी जहां डॉ. उमर फैकल्टी था।
लगता है मेडिकल डिग्री के साथ “बारूद की केमिस्ट्री” में भी मास्टरी ले ली थी।
पुलिस की शुरुआती जांच: अमोनियम नाइट्रेट से हुआ धमाका
जांच एजेंसियों ने कहा है कि ब्लास्ट में अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल और डेटोनेटर का इस्तेमाल हुआ।
फोरेंसिक रिपोर्ट से पता चला कि नारंगी रंग का धुआं निकला था — जो अमोनियम नाइट्रेट ब्लास्ट की पहचान मानी जाती है।
| संभावित तत्व | भूमिका |
|---|---|
| अमोनियम नाइट्रेट | मुख्य विस्फोटक |
| फ्यूल (फ्यूल ऑयल) | डिटोनेशन बढ़ाने के लिए |
| डेटोनेटर | विस्फोटक सक्रिय करने के लिए |
एक अधिकारी ने कहा —
“ये कोई स्कूल प्रोजेक्ट नहीं था। ये बहुत सोच-समझकर किया गया हमला था।”
लाल किला बंद, मेट्रो गेट सील — दिल्ली में हाई अलर्ट
धमाके के बाद प्रशासन ने लाल किला पर्यटकों के लिए 13 नवंबर तक बंद कर दिया है।
मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 और 4 भी सील कर दिए गए हैं।
दिल्ली पुलिस, NIA, NSG और फोरेंसिक टीम मौके पर जांच कर रही हैं।
सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली, यूपी, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर को हाई अलर्ट पर रखा है।
पीएम मोदी बोले — “दोषी बख्शे नहीं जाएंगे”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो उस समय भूटान दौरे पर थे, ने ट्वीट करते हुए कहा —
“दिल्ली ब्लास्ट में जान गंवाने वालों के परिवारों के साथ पूरा देश खड़ा है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
गृह मंत्री अमित शाह ने भी अपने आवास पर डेढ़ घंटे की हाई लेवल सिक्योरिटी मीटिंग की,
जिसमें IB, NIA, दिल्ली पुलिस और जम्मू-कश्मीर DGP शामिल हुए।
NIA संभवतः जांच अपने हाथ में ले सकती है।
यूपी के पांच परिवारों में मातम — जिनके लिए दीपावली अंधकार बन गई
इस विस्फोट ने उत्तर प्रदेश के कई घरों में मातम फैला दिया।
अमरोहा, मेरठ, श्रावस्ती और शामली के लोगों की जान गई।
नीचे उन पांचों मृतकों की कहानी है — दर्द, संघर्ष और अधूरे सपनों की कहानी।
1. अशोक सिंह (अमरोहा)
DTC बस के संविदा चालक थे।
लाल किले के पास दोस्त लोकेश से मिलने पहुंचे थे।
धमाके में दोनों जलकर मर गए।
परिजनों ने शव सड़क पर रखकर सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग की।
2. लोकेश अग्रवाल (अमरोहा)
खाद व्यापारी थे। दिल्ली सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती अपनी समधन से मिलने आए थे।
उनकी पत्नी पहले ही गुजर चुकी थीं। दो बेटे और एक बेटी पीछे छूट गए।
3. दिनेश कुमार (श्रावस्ती)
दिल्ली में मजदूरी करते थे।
तीन छोटे बच्चों के पिता थे। उनकी पत्नी रीना बोलीं —
“अब बच्चों को कौन पालेगा?”
4. नौमान (शामली)
कॉस्मेटिक की दुकान चलाते थे।
भाई अमन के साथ सामान खरीदने दिल्ली आए थे।
वहीं धमाके में नौमान की मौत हो गई और अमन गंभीर घायल है।
5. मोहसिन (मेरठ)
ई-रिक्शा चलाते थे।
पत्नी सुल्ताना और दो छोटे बच्चों का सहारा थे।
उनकी मां संजीदा ने कहा —
“मैंने उसे दिल्ली जाने से मना किया था, पर वो बच्चों के भविष्य के लिए गया था।”
परिजनों का गुस्सा और सरकार से उम्मीद
अशोक सिंह के परिवार ने कहा कि अगर सरकार ने तुरंत मुआवजा नहीं दिया तो वे सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन जारी रखेंगे।
SDM पुष्कर नाथ चौधरी मौके पर पहुंचे और काफी समझाने के बाद परिवार अंतिम संस्कार को राजी हुआ।
लोगों की मांग है कि मृतकों को “शहीद का दर्जा” दिया जाए।
आख़िर जब कोई आम नागरिक आतंकवाद की चपेट में जान गंवाता है, तो उसका बलिदान भी असली होता है।
फरीदाबाद से पुलवामा तक — चार “डॉक्टरों” का जाल
सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि यह नेटवर्क केवल दिल्ली या फरीदाबाद तक सीमित नहीं।
जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और यूपी में फैला एक मेडिकल टेरर मॉड्यूल था।
पकड़े गए डॉक्टरों की पृष्ठभूमि चौंकाने वाली है —
सभी पढ़े-लिखे, MBBS डिग्रीधारी, लेकिन “मानवता की पढ़ाई” भूल गए।
| डॉक्टर का नाम | मूल स्थान | स्थिति |
|---|---|---|
| डॉ. उमर नबी | पुलवामा | संदिग्ध, DNA जांच जारी |
| डॉ. मुजम्मिल शकील | पुलवामा | गिरफ्तार, 360kg विस्फोटक बरामद |
| डॉ. शाहीन शाहिद | लखनऊ | गिरफ्तार, AK-47 कार से बरामद |
| डॉ. आदिल अहमद | अनंतनाग | गिरफ्तार, जैश मॉड्यूल से जुड़ा |
पुलिस को शक है कि डॉक्टर उमर ने अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद आत्मघाती हमला कर खुद को उड़ा लिया।
क्या अमोनियम नाइट्रेट ने ही दिल्ली को हिलाया?
अमोनियम नाइट्रेट कोई नया नाम नहीं है।
ये वही विस्फोटक है जिसने दुनिया भर में कई बड़े धमाकों में तबाही मचाई।
इस बार इसका इस्तेमाल RDX की जगह किया गया क्योंकि यह सस्ता और आसानी से उपलब्ध होता है।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि ब्लास्ट किसी प्लांड IED से नहीं, बल्कि अचानक हुए डेटोनेशन से हुआ।
संभावना है कि संदिग्ध लोग विस्फोटक को कहीं और ले जा रहे थे और रास्ते में ही विस्फोट हो गया।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ — दुख और चेतावनी दोनों
केंद्रीय मंत्री संजय निषाद ने कहा —
“प्रधानमंत्री और गृह मंत्री खुद मामले को देख रहे हैं। विदेशी ताकतें भारत को अस्थिर करना चाहती हैं।”
मंत्री ओम प्रकाश राजभर बोले —
“सरकार दोषियों को खदेड़ निकालेगी। कोई भी बच नहीं पाएगा।”
राजा भैया ने तंज कसते हुए कहा —
“जो लोग दिवाली में प्रदूषण की बात करते थे, आज इस धमाके पर चुप क्यों हैं?”
लगता है राजनीति भी कभी-कभी ट्रैफिक सिग्नल की तरह होती है —
किसी को रुकना नहीं आता, बस बयान देते रहो।
लाल किले के आस-पास के इलाके में जांच जारी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आसपास के CCTV फुटेज, मोबाइल डंप डेटा और टोल रिकॉर्ड खंगालने शुरू कर दिए हैं।
हर संदिग्ध वाहन की जांच हो रही है।
IB और NIA भी फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर तैनात हैं।
पुलिस ने इस मामले में UAPA की धारा 16 और 18,
साथ ही विस्फोटक अधिनियम और BNS की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर फिर सवाल
राजधानी के दिल पर वार ने सुरक्षा एजेंसियों को झकझोर दिया है।
लाल किले जैसा हाई-सिक्योरिटी इलाका, मेट्रो स्टेशन, ट्रैफिक, भीड़ —
और फिर भी एक चलती कार धमाका कर देती है।
लोग पूछ रहे हैं —
“अगर लाल किला सुरक्षित नहीं है, तो दिल्ली में कुछ भी सुरक्षित कैसे रहेगा?”
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. दिल्ली ब्लास्ट कब और कहां हुआ था?
➡️ 10 नवंबर की शाम 6:52 बजे, लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास।
2. धमाके में कितने लोगों की मौत हुई?
➡️ अब तक 12 लोगों की मौत और 24 लोग घायल हुए हैं।
3. संदिग्ध कौन है?
➡️ पुलवामा का डॉक्टर मोहम्मद उमर नबी, जिसका DNA टेस्ट जारी है।
4. क्या यह आतंकी हमला था?
➡️ अब तक किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन एजेंसियां जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल से जुड़ाव की जांच कर रही हैं।
5. क्या लाल किला और मेट्रो स्टेशन बंद हैं?
➡️ हां, लाल किला 13 नवंबर तक बंद रहेगा और मेट्रो के दो गेट सील हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
दिल्ली का लाल किला भारत की शान है, और उसके पास हुआ यह धमाका केवल जानों का नुकसान नहीं, बल्कि सुरक्षा के भरोसे पर भी वार है।
डॉक्टरों का आतंकी जाल, विस्फोटकों का भंडार और निर्दोष लोगों की मौत — यह सब बताता है कि आतंक का चेहरा अब शिक्षित भी हो गया है।
देश के लिए सबसे जरूरी है कि ऐसे “डॉक्टरों” की पहचान वक्त रहते हो, ताकि कोई और परिवार अपने प्रियजनों को न खोए।
कहावत सही है —
“बारूद और डॉक्टर — दोनों का सही इस्तेमाल जान बचाता है, गलत इस्तेमाल जान ले लेता है।