- दिल्ली धमाके के बाद पाकिस्तान की घबराहट, वायुसेना ने राजस्थान बॉर्डर पर गश्त शुरू की।
- ब्रिटेन, अमेरिका और फ्रांस ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी।
- धमाके में 8 से 11 लोगों की मौत, जांच एजेंसियां आतंकी कड़ी तलाशने में जुटीं।
- जैसलमेर में चल रहा ऑपरेशन ‘त्रिशूल’, हाईवे पर फाइटर जेट उतारे गए।
दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके ने न सिर्फ भारत बल्कि पड़ोसी देशों तक हलचल मचा दी। धमाके के तुरंत बाद Pakistan Air Force alert हो गई और राजस्थान बॉर्डर के पास फाइटर जेट गश्त करने लगे। यह सब देखकर ऐसा लगा मानो क्रिकेट मैच नहीं, बल्कि युद्धाभ्यास का दूसरा राउंड शुरू हो गया हो।
घटना के बाद रातभर बैठकों और जांचों का सिलसिला चलता रहा। दिल्ली से लेकर लंदन तक सरकारें एक्शन मोड में नजर आईं।
दिल्ली में धमाका: संख्या पर भी उलझन
शाम 7 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक सफेद i-20 कार में जबरदस्त धमाका हुआ। शुरूआती रिपोर्ट में 11 मौतों की बात कही गई, लेकिन बाद में गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि 8 लोगों की मौत हुई है।
दिलचस्प बात यह रही कि अस्पताल की सूची में 9 नाम दर्ज थे — यानी सच अभी भी कहीं बीच में अटका है।
| स्रोत | मृतकों की संख्या |
|---|---|
| मीडिया रिपोर्ट | 11 |
| गृह मंत्री अमित शाह | 8 |
| अस्पताल सूची | 9 |
कुल मिलाकर, आंकड़े बदल रहे थे लेकिन डर वही का वही बना रहा।
पाकिस्तान की बेचैनी: रातभर चली इमरजेंसी मीटिंग्स
धमाके की खबर जैसे ही सीमापार पहुँची, पाकिस्तान ने फौरन अलर्ट घोषित कर दिया। वायुसेना ने राजस्थान बॉर्डर पर फाइटर जेट्स की गश्त शुरू कर दी।
तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने एक इमरजेंसी बैठक की, जिसमें PM शहबाज शरीफ, NSA, और DG ISI मौजूद थे।
सूत्रों के मुताबिक, शरीफ देर रात तक सुरक्षा स्थिति का जायज़ा लेते रहे। पाकिस्तान का यह रिएक्शन बताता है कि वे खुद भी हालात से घबराए हुए हैं — या शायद कुछ ज़्यादा ही “एक्साइटेड” हैं।
राजस्थान में ऑपरेशन ‘त्रिशूल’: जवाबी तैयारी
उधर भारत की सेना भी पीछे नहीं रही।
जैसलमेर और बाड़मेर में ऑपरेशन त्रिशूल नाम से युद्धाभ्यास चल रहा है। इस दौरान जगुआर फाइटर जेट को सीधे हाईवे पर उतारा गया — और यह दृश्य देखकर लगता था जैसे कोई एक्शन मूवी की शूटिंग चल रही हो।
साथ ही, सुखोई-30 ने भी इमरजेंसी एयर स्ट्रिप पर लैंडिंग की।
ये सब घटनाएं इस बात का संकेत हैं कि भारत किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
विदेशी देशों की चेतावनी: ‘सावधान रहें, दिल्ली से दूरी रखें’
धमाके के बाद दुनिया भर में भारत की सुरक्षा स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
तीन बड़े देशों — अमेरिका, ब्रिटेन, और फ्रांस — ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी कर दी है।
अमेरिकी दूतावास की चेतावनी
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अपने नागरिकों से कहा गया है कि लाल किले के आसपास न जाएं।
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भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें।
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हर समय सतर्क रहें और अपने दस्तावेज़ साथ रखें।
ब्रिटिश सरकार की एडवाइजरी
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नागरिकों को भारत-पाकिस्तान सीमा से 10 किमी तक न जाने की सलाह दी गई।
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जम्मू-कश्मीर और मणिपुर में यात्रा न करने की चेतावनी।
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ब्रिटेन ने इसे “संभावित अस्थिर क्षेत्र” करार दिया।
फ्रांसीसी दूतावास का बयान
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धमाका शाम 7 बजे के करीब लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुआ।
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अभी तक धमाके की वजह और मृतकों की सही संख्या स्पष्ट नहीं।
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नागरिकों से कहा गया कि “शांति से रहें, पर सावधान रहें।”
जांच का नया मोड़: आतंकी साजिश की बू
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, यह कोई सामान्य कार ब्लास्ट नहीं था।
जांच में संकेत मिले हैं कि धमाके में हाई इंटेंसिटी एक्सप्लोसिव का इस्तेमाल किया गया, जो फरीदाबाद में पकड़े गए मॉड्यूल से जुड़ा हो सकता है।
दो नाम अब फोकस में हैं — डॉ. मुझम्मिल और डॉ. आदिल।
दोनों से पूछताछ जारी है और ऐसा माना जा रहा है कि उनकी गिरफ्तारी के बाद ही धमाका जल्दबाज़ी में अंजाम दिया गया।
कार मालिक और जांच की दिशा
पुलिस ने बताया कि धमाका एक i-20 कार में हुआ था, जो हरियाणा के गुरुग्राम में सलमान नाम के व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड थी।
सलमान को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उसने बताया कि कार उसने पुलवामा के तारिक को बेची थी।
अब NIA और NSG की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं, और CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया और सुरक्षा अलर्ट
घटना के बाद गृह मंत्री अमित शाह खुद मौके पर पहुंचे और LNJP अस्पताल का दौरा किया।
PM मोदी ने तुरंत शाह से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली।
इसके बाद पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया, खासकर:
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दिल्ली
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मुंबई
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राजस्थान
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मध्य प्रदेश
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उत्तर प्रदेश
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बिहार
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हरियाणा
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पंजाब
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उत्तराखंड
इन राज्यों में सुरक्षा एजेंसियां एक्टिव मोड में हैं।
लोगों में डर, लेकिन हौसला कायम
दिल्ली की सड़कों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
लाल किले के पास मौजूद दुकानदारों ने बताया कि “पहले लगा आतिशबाजी हुई है, पर जब कांच टूटा तो समझ आया कि मामला गंभीर है।”
हालांकि, नागरिकों में डर के बावजूद हौसला भी नजर आया।
सोशल मीडिया पर लोग एक-दूसरे से कह रहे हैं — “डरना नहीं, जागरूक रहना ज़रूरी है।”
थोड़ा हल्का पल: सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया
ट्विटर (अब X) पर लोगों ने इस घटना पर गंभीरता भी दिखाई और थोड़ी “टिपिकल भारतीय ह्यूमर” भी।
किसी ने लिखा — “अब तो दिल्ली की हवा में सिर्फ प्रदूषण नहीं, एक्सप्लोसिव भी हैं।”
दूसरे यूज़र बोले — “पाकिस्तान ने जेट उड़ाए होंगे, पर भारत के मीम्स उनसे तेज़ उड़ते हैं।”
FAQ: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. क्या दिल्ली धमाका आतंकी हमला था?
प्रारंभिक जांच के मुताबिक, हाँ, यह आतंकी हमला हो सकता है। सुरक्षा एजेंसियां इस दिशा में जांच कर रही हैं।
2. धमाके में कितने लोगों की मौत हुई है?
अभी तक संख्या पर भ्रम बना हुआ है — 8 से 11 के बीच आंकड़े बताए जा रहे हैं।
3. क्या पाकिस्तान इसमें शामिल है?
अभी तक कोई प्रत्यक्ष सबूत नहीं मिला है, लेकिन सीमापार हरकतें शक को गहरा कर रही हैं।
4. क्या बॉर्डर पर तनाव बढ़ सकता है?
फिलहाल दोनों देशों ने अपनी-अपनी सेनाओं को अलर्ट पर रखा है। हालात संवेदनशील हैं।
निष्कर्ष: डर और तैयारी का दोहरा चेहरा
दिल्ली धमाके ने एक बार फिर याद दिलाया कि सुरक्षा की ढील कितनी भारी पड़ सकती है।
जहां एक ओर पाकिस्तान की घबराहट साफ दिख रही है, वहीं भारत की तैयारी भी उतनी ही मजबूत नजर आ रही है।
धूल अभी बैठी नहीं है, पर एक बात साफ है — देश की एजेंसियां चौकन्नी हैं और आने वाले दिनों में सच ज़रूर सामने आएगा।
