दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं — अमेरिका और चीन — के बीच चली लंबी खींचतान आखिरकार खत्म होती दिख रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ऐलान किया कि चीन के साथ ट्रेड डील पूरी हो चुकी है, बस उस पर औपचारिक दस्तखत बाकी हैं।
यह बयान उन्होंने साउथ कोरिया से अमेरिका लौटते वक्त Air Force One विमान में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिया।
HIGHLIGHTS
1. अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड डील पूरी, जल्द होंगे दस्तखत।
2. फेंटानाइल पर 10% टैरिफ घटाया, चीन खरीदेगा अमेरिकी सोयाबीन।
3. रेयर अर्थ मटेरियल विवाद सुलझा, वैश्विक बाजार में राहत।
4. ट्रम्प बोले– “अगर इस मीटिंग को 0 से 10 तक रेट दूं, तो मैं इसे 12 दूंगा।”
ट्रम्प ने हंसते हुए कहा, “डील तो हो गई है, अब बस कागज पर स्याही लगनी बाकी है।”
यह कहते हुए उन्होंने मुस्कुराते हुए जोड़ दिया, “मुझे पता है कुछ लोगों को यकीन नहीं होगा, लेकिन शी जिनपिंग और मैं अब एक ही टीम में हैं।”
टैरिफ में राहत और सोयाबीन का सौदा
ट्रम्प ने बताया कि उन्होंने चीन पर लगाए गए फेंटानाइल से जुड़े 20% टैरिफ को घटाकर 10% कर दिया है।
इसके बदले चीन ने वादा किया है कि वह अमेरिका से बड़ी मात्रा में सोयाबीन और अन्य कृषि उत्पाद खरीदेगा।
उनके मुताबिक, “मैंने चीन पर फेंटानाइल के कारण बहुत सख्त टैरिफ लगाया था। अब इसे आधा कर दिया गया है, और यह तुरंत लागू होगा।”
एक मज़ेदार अंदाज़ में ट्रम्प बोले —
“शी जिनपिंग अच्छे व्यापारी हैं, लेकिन मैंने उनसे कहा, ‘भाई, अब थोड़ा अमेरिका का भी फायदा करा दो!’”
ट्रम्प के इस बयान से अमेरिकी किसानों में राहत की लहर दौड़ गई है। पिछले कुछ महीनों से सोयाबीन की बिक्री ठप थी और किसान ट्रम्प की नीतियों से नाराज़ थे।
6 साल बाद आमने-सामने हुए ट्रम्प और जिनपिंग
दोनों नेताओं की मुलाकात साउथ कोरिया के बुसान एयरपोर्ट पर हुई। यह बैठक करीब 100 मिनट चली।
ट्रम्प और जिनपिंग छह साल बाद मिले। पिछली मुलाकात 2019 में हुई थी।
ट्रम्प ने मजाक में कहा,
“इतने सालों बाद मिल रहे हैं, जैसे कोई पुराना दोस्त अचानक मेट्रो में दिख जाए।”
बैठक के दौरान दोनों ने गर्मजोशी से हाथ मिलाया और मुस्कराते हुए कैमरों के सामने पोज़ दिए। ट्रम्प ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है यह मुलाकात “बहुत सफल” होगी।
रेयर अर्थ मटेरियल विवाद खत्म – राहत की खबर
ट्रम्प ने बताया कि अमेरिका और चीन के बीच रेयर अर्थ मटेरियल्स (Rare Earth Materials) को लेकर चल रहा विवाद अब खत्म हो गया है।
उन्होंने कहा —
“यह सिर्फ अमेरिका का नहीं, बल्कि पूरी दुनिया का मुद्दा था। अब चीन की तरफ से कोई रुकावट नहीं रहेगी।”
| विवाद का मुद्दा | समाधान |
|---|---|
| रेयर अर्थ मटेरियल्स पर चीन का नियंत्रण | चीन ने निर्यात नियंत्रण में ढील दी |
| अमेरिकी रक्षा और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग पर असर | सप्लाई चेन फिर से सामान्य होने की उम्मीद |
इन मटेरियल्स का इस्तेमाल मोबाइल, बैटरी, सोलर पैनल और हथियारों तक में होता है। इस समझौते से तकनीकी और रक्षा उद्योगों में थोड़ी राहत मिलेगी।
रूस-यूक्रेन जंग पर भी चर्चा
ट्रम्प ने बताया कि उन्होंने जिनपिंग के साथ रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी लंबी बातचीत की।
उनका कहना था —
“दोनों पक्ष भिड़े हुए हैं, और कभी-कभी उन्हें लड़ने देना पड़ता है। लेकिन शी जिनपिंग मदद करेंगे ताकि युद्ध खत्म हो सके।”
ट्रम्प ने यह भी बताया कि वे अप्रैल 2026 में चीन का दौरा करेंगे, और उसके बाद जिनपिंग अमेरिका आएंगे।
किम जोंग उन पर ट्रम्प का मजेदार बयान
पत्रकारों ने पूछा कि क्या वह उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से भी मिलेंगे?
ट्रम्प ने मुस्कुराते हुए कहा —
“किम से मेरे रिश्ते बहुत अच्छे हैं। अगर मैं राष्ट्रपति नहीं बनता, तो शायद अब तक युद्ध हो चुका होता।”
हालांकि उन्होंने साफ किया कि इस बार उनकी मुलाकात नहीं होगी क्योंकि “शेड्यूल बहुत टाइट है”।
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “मेरी मीटिंग्स इतनी ज्यादा हैं कि Air Force One को ही मेरा ऑफिस बना देना चाहिए।”
चीनी शेयर बाजार ने लगाई छलांग
जैसे ही दोनों नेताओं की बैठक शुरू हुई, चीन के शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिली।
शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.2% बढ़कर 4,025.70 के स्तर पर पहुंच गया — जो 2015 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है।
हांगकांग का हैंग सेंग इंडेक्स भी 0.6% उछला।
निवेशकों को उम्मीद है कि अमेरिका-चीन तनाव कम होने से बाजार स्थिर होंगे।
एक ट्रेडर ने कहा, “ट्रम्प और जिनपिंग अगर रोज़ मिलें, तो हमारा पोर्टफोलियो भी रोज़ हरा रहेगा!”
शी जिनपिंग ने भी की ट्रम्प की तारीफ
बैठक के दौरान शी जिनपिंग ने भी ट्रम्प की तारीफ की।
उन्होंने कहा —
“हमारे विचार कई बार अलग हो सकते हैं, लेकिन हमें साथ मिलकर आगे बढ़ना चाहिए। चीन और अमेरिका को दोस्त और साझेदार होना चाहिए।”
जिनपिंग ने कहा कि ट्रम्प की “मेक अमेरिका ग्रेट अगेन” सोच और चीन का विकास दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं।
यह बयान सुनकर ट्रम्प ने मुस्कराते हुए कहा, “लगता है शी अब मेरी किताब का फॉरवर्ड लिखेंगे!”
मीटिंग में दोनों तरफ से कौन-कौन शामिल थे
| अमेरिका की ओर से | चीन की ओर से |
|---|---|
| राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प | राष्ट्रपति शी जिनपिंग |
| विदेश मंत्री मार्को रुबियो | विदेश मंत्री वांग यी |
| वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक | उप प्रधानमंत्री हे लिफेंग |
| वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट | वाणिज्य मंत्री वांग वेंटाओ |
| चीफ ऑफ स्टाफ सूजी विल्स | NDRC प्रमुख झेंग शांजी |
| राजदूत डेविड पर्ड्यू | उप विदेश मंत्री मा झाओक्सू |
दोनों तरफ के कुल 7-7 अधिकारी बैठक में शामिल हुए। बुसान एयरपोर्ट का कॉन्फ्रेंस रूम कुछ देर के लिए अंतरराष्ट्रीय नीति का “वॉर रूम” बन गया था।
परमाणु परीक्षण पर ट्रम्प का बयान
ट्रम्प ने 3 दशक बाद फिर से अमेरिकी परमाणु हथियारों के परीक्षण को मंजूरी दी है।
उन्होंने कहा —
“रूस और चीन दोनों टेस्टिंग कर रहे हैं, तो हमें क्यों नहीं करना चाहिए?”
हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि परीक्षण कब और कहां होंगे।
ट्रम्प बोले, “हमारे पास साइट्स हैं, और सही समय आने पर घोषणा की जाएगी।”
एक पत्रकार ने पूछा कि क्या इससे दुनिया खतरे में पड़ जाएगी?
ट्रम्प ने मुस्कराते हुए जवाब दिया, “खतरा तो पहले से है, हम बस थोड़ा बैलेंस बना रहे हैं।”
ट्रेड डील की अहम बातें – एक नजर में
| मुद्दा | ट्रम्प का फैसला / समझौता |
|---|---|
| फेंटानाइल पर टैरिफ | 20% से घटाकर 10% किया गया |
| सोयाबीन खरीद | चीन ने बड़ी मात्रा में खरीद पर सहमति दी |
| रेयर अर्थ विवाद | दोनों देशों के बीच सुलझ गया |
| रूस-यूक्रेन युद्ध | मिलकर समाधान की कोशिश |
| अगली मुलाकात | ट्रम्प अप्रैल 2026 में चीन जाएंगे |
ट्रम्प बोले– “अगर मीटिंग को 10 में मापो, मैं इसे 12 दूंगा”
पत्रकारों ने जब पूछा कि वह इस बैठक को कैसे रेट करेंगे, तो ट्रम्प ने मुस्कराते हुए कहा,
“अगर 10 सबसे अच्छा स्कोर है, तो मैं इसे 12 दूंगा।”
यह सुनकर विमान में मौजूद सभी लोग हंस पड़े।
किसी ने कहा, “सर, लगता है आपकी ग्रेडिंग भी अब इंफ्लेशन की तरह बढ़ गई है।”
ट्रेड डील से क्या बदलेगा?
-
किसानों को राहत:
अमेरिकी किसानों की सोयाबीन अब चीन को बड़े पैमाने पर बेची जाएगी। -
उद्योगों को स्थिरता:
रेयर अर्थ मटेरियल्स की सप्लाई सुधरने से टेक और डिफेंस सेक्टर को राहत। -
वैश्विक बाजार में भरोसा:
निवेशकों को उम्मीद है कि यह समझौता वैश्विक अर्थव्यवस्था को स्थिर करेगा। -
राजनीतिक फायदा:
ट्रम्प इस डील को अपने “मास्टर डीलमेकर” इमेज के लिए बड़े चुनावी हथियार के रूप में पेश कर सकते हैं।
थोड़ा मज़ाक, थोड़ा संदेश
ट्रम्प ने जाते-जाते कहा,
“मुझे लगता है शी जिनपिंग अब मेरे फ्रेंड लिस्ट में ऊपर आ गए हैं। बस अब व्हाट्सएप पर ब्लू टिक दिखना शुरू हो जाए!”
हालांकि, उन्होंने साफ किया कि “डील के बाद भी दोनों देशों में प्रतिस्पर्धा जारी रहेगी। बस अब ये प्रतिस्पर्धा सभ्य तरीके से होगी।”
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1: क्या अमेरिका और चीन की ट्रेड डील साइन हो गई है?
👉 नहीं, डील पूरी हो गई है लेकिन दस्तखत बाकी हैं। ट्रम्प के मुताबिक यह “सिर्फ औपचारिकता” है।
Q2: इस डील से अमेरिकी किसानों को क्या फायदा होगा?
👉 चीन अब फिर से अमेरिकी सोयाबीन खरीदेगा, जिससे किसानों को बड़ा आर्थिक लाभ मिलेगा।
Q3: क्या रेयर अर्थ मटेरियल्स विवाद खत्म हो गया है?
👉 हां, ट्रम्प ने कहा कि चीन ने अब किसी भी रुकावट को हटा दिया है।
Q4: अगली मुलाकात कब होगी?
👉 अप्रैल 2026 में ट्रम्प चीन जाएंगे और उसके बाद शी जिनपिंग अमेरिका आएंगे।
निष्कर्ष (Conclusion)
अमेरिका और चीन की इस नई ट्रेड डील को दुनिया भर के बाजारों ने सकारात्मक संकेत के रूप में देखा है।
टैरिफ में राहत, रेयर अर्थ मटेरियल्स पर सुलह और सोयाबीन सौदे से दोनों देशों के रिश्तों में नई गर्माहट आई है।
ट्रम्प का अंदाज़ हमेशा की तरह मजाकिया और आत्मविश्वासी रहा।
उन्होंने कहा था — “मैं जब डील करता हूं, तो बस एक ही बात सोचता हूं – इसे दुनिया याद रखे।”
लगता है, इस बार उन्होंने सच में ऐसा कुछ कर दिखाया है।
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